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सूचना एक संवेदनशील तथ्य ।आपके आसपास के शब्दो की खबर -सम्पादक -शीशपाल
सिंह रावत। जरोला-जामणीखाल टिहरीगढवाल उतराखंड भारत 249122
जिस तरह खेत की मेंड पर घास की पत्तियों पर पक्षी ने घोंसला बनाया अपना बंश बेल का सृजन किया बच्चे बड़े हुए पक्षी उड़ा और पक्षी के बच्चे भी उड़े और घोंसला यही रह गया। आज यह सम्पादक कृषि पत्र कारिता का परीक्षण कर रहा था इस घोंसले पर दृष्टि पड़ी और पोस्ट लिख दी जिस तरह पक्षी ने घोंसला बनाया अपने बंश बेल का सृजन किया बच्चे बड़े हुए उड़ गए अपने आप भी उड़ गया और घोंसला यही रह गया पर इस दुनिया में मनुष्यों को मनुष्यता का जीवन पक्षियों से प्रेरणा लेकर जीना ही मनुष्यता है तस्वीर तथ्य।
शास्त्र भी तीन प्रकार के हैं-ज्योतिष शास्त्र, कर्तव्य शास्त्र और व्यवहार शास्त्र। एक ही मुहूर्त में अनेकों जातक जन्मते हैं किन्तु सब अपना किया-दिया-लिया ही पाते हैं। जैसा भोग भोगना होगा वैसे ही योग बनेंगे। जैसा योग होगा वैसा ही भोग भोगना पड़ेगा यही है जीवन।