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किसान और जवान

  किसान खेती करता है उसके पास आन्दोलन करने के लिए समय नहीं जवान सीमा की रखवाली करता है उसके पास जी हजूरी करने के लिए समय नहीं। भारत में जितनी भी बंजर जमीन है वह खेती करने वाले को भारत के प्रत्येक घर से हर परिवार को दी जाय और उससे उत्पादन को किसान कहीं भी बेचे आजादी दी जाय तो मेरे देश की धरती सोना उगलना शुरू कर देगी ।इसी तरह भारत के प्रत्येक घर से हर परिवार का एक सदस्य पुत्र व पुत्री सेना का जवान बने अनिवार्य हो जाय तो मेरा गांव मेरा देश दिखने लग जायेगा। सम्पादक- नदी घाटी और पहाड़ ।