धूप सेकते निराश्रित पशुधन

 ठण्ड का प्रकोप गतिमान पकड़ रहा है आदमी के लिए सरकार ने रैन बसेरे खोल रखे है परंतु निराश्रित पशु धन जाये कंहा? ग्रामीण बाजार जामणीखाल में  पीपल के पेड़ के नीचे रात को निराश्रित पशु ठण्ड सहकर रात बिता तो लेते है और  सुबह सूरज की किरण आते ही सड़क के नीचे खेत मे जाकर धूप सेकते  आखिर सरकार को आदमी की तरह निराश्रित पशु धन के लिए जगह जगह रैन बसेरे बना देने चाहिए  ताकि निराश्रित पशु धन कुछ दिन जीवन तो जी सके


तस्वीर तथ्य। 

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