होली के रंग

 जिस तरह होली रंगों का त्योहार है अनेक रंग मिल कर मितव्ययिता सौम्यता सांमजस्यता का परिचायक बनते है उसी तरह मनुष्य को भी मनुष्यता का परिचायक बनना चाहिए तभी होली के रंग सार्थक दिखेंगे। सम्पादक- शीशपाल सिंह रावत।

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