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पूष कु मैनू

 आज 16 दिसम्बर 2022 को पूष का माह आरम्भ। संवत् 2079 -80 आने के लिए अभी 15दिन है तथा दुनिया का बड़ा दिन के लिए अभी 9दिन है उस दिन से रात और दिन बराबर।

चंद्रवदनी मंदिर जाने वाली सड़क

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  जामणीखाल बाजार से लगभग 200 मीटर आगे चंद्रवदनी मंदिर को सड़क चलती है तस्वीर तथ्य प्रस्तुत। सम्पादक।

जामणीखाल से केदारपुरी

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 जामणीखाल बाजार से चंद्रवदनी मंदिर जाने वाली सड़क पर से केदारनाथ की केदारपुरी का क्षेत्र जो आजकल बर्फ से लकदक है इस तरह दिखता तस्वीर तथ्य प्रस्तुत। सम्पादक।

ग्राम पंचायत सरकार के माननीयों को प्रशिक्षण

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  ब्लाक देवप्रयाग मुख्यालय  हिण्डोला खाल में दूसरे दिन सतत विकास के सम्बन्ध में प्रशिक्षण 9/12/2022 तस्वीर तथ्य।

चंद्रवदनी क्षेत्र पर्यटन का हब बने

 चंद्रवदनी  क्षेत्र पर्यटन का हब बनने पर आ लौट चले गांव को दिखना शुरू हो जायेगा यह तभी संभव होगा जब विधानसभा देवप्रयाग और विधानसभा टिहरी से चुने हुए प्रतिनिधि समुचित सरकार और समुचित व्यवस्था तक आवाज़ बुलंद कर सकेंगे। पर्यटन का हब बनने के लिए काण्डीखाल,कण्डय्याल गांव,पठोई पाणी ,गढोलिया गेंवली मरियाब,टकोली त्यांलनी,कुण्डभरपूर मछियारी,गंवाणा बग्डवालधार त्यूणा कोटाखाल,नैखरी,चूरेंडा एकपाद भैरव मंदिर और और इनके बीच का जंगल का क्षेत्र और गांव  में चंद्रवदनी मंदिर तक छोटे छोटे होटल नुमा झोपड़ीयां जिसमें पर्यटक आराम भी कर सके पहाड़ का व्यंजन का स्वाद भी ले सके तपस्या भी कर सके योगा  पहाड़ पर चढ़ने ट्रेनर आदि के संसाधनों की उपलब्धता समुचित सरकार और समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कर सके  तथा टिहरी झील से और जामणीखाल गैरगोदी से चंद्रवदनी मंदिर तक ट्राली लग जाय तो खासपटटी अपनी पुरानी रौ में नजर आएंगी यह तभी संभव होगा जब आप और हम एक मंच पर खड़े होकर काम करें। सम्पादक।

ग्राम पंचायत कार्यालय नियमित खुले

 समुचित सरकार और समुचित व्यवस्था ने प्रत्येक ग्राम पंचायत में ग्राम पंचायत कार्यालय बनवाने पर 15लाख से अधिक की धनराशि राजकोष से खर्च कर रखी है परंतु उस कार्यालय में गांव का प्रधान, गांव के केबिनेट के सदस्य, ग्राम पंचायत अधिकारी,ग्राम विकास अधिकारी आदि नहीं बैठते गम्भीर सवाल है। आम जन को इस विषय पर संविधान की जानकारी  हो इसके लिए व्यवस्था व्यवस्थित होनी चाहिए। सम्पादक।

मतदाता जागरूकता

 मतदाता जागरूकता होना जरूरी परंतु यह काम करेगा कौन जबकि संविधान में इसकेे लिए व्यवस्था है परंतु व्यवस्था व्यवस्था तक ही सीमित। देखा जाय किसी भी मतदान केंद्र में उस क्षेत्र के तहत चुनाव लड़ने वाला उम्मीदवार  मतदाता सूची में दर्ज मतदाता से अपने पक्ष में मतदान करने के लिए अनुनय और विनय  के साथ वे सभी प्रयास करकेजीत के लिए मत हासिल कर लेता पर यदि मतदाता संविधान सम्मत जागरूकता हासिल है तो एक ऐसा स्वस्थ लोकतंत्र दिखेगा जिसकी कल्पना सम्भव नहीं  पर जरूरी है  मतदाता जागरूकता इसके लिए स्वयं सेवी संस्थाओं को आगे आना चाहिए।