संदेश

मतदाता पर्ची का मालिक मतदाता है।

इस बक्त 2019 में  17 वी लोकसभा के  जो चुनाव हो रहे हैं  उसमें  वोट देते  बक्त  बगल में जो मशीन  रखी है  उससे  एक  पर्ची निकल  रही  और  वह उसी मशीन के अन्दर जमा  हो  रही  वोट देने वाले  को  पुष्टि  दिखा  रही तथ्य है ।वोट देने  वाला ही इस पर्ची  का असली हकदार  हैं यह पर्ची उसे  ही मिलनी चाहिए  जिससे  वह  मतदाता  5 साल  तक उस नेता को  उस पर्ची  का अहसास  दिलाता  रहे  कि मैंने  तुम्हे  अपना  नेता चुना  व्यापक लोकहित  जिससे व्यापक  जनहित  सधे  का काम करो।इस पर्ची  पर भारत में चुनाव लड़ रहे दल वोटर पर्ची  को वोटिंग मशीन  पर दबे  बटनों  के कुल योग से मिलान  50 फीसदी  पर्ची से  मांग करना कानून हक नहीं  है  कारण  वोट  मतदाता  की  परिसम्पत्ति  है  किसी राजनीतिक दल की  नहीं ।संसद  कानून  बनाये  व्यवस्था  परिपालन करे  चुनाव  लोकतंत्र  की रीढ है भारत भ्रष्टाचार मुक्त  दिखने  लग जायेगा ।सम्पादक-शीशपाल सिंह रावत ।

जन-मन के मुददे जरुरी

भारत में चुनाव हो रहे हैं लेकिन  जन मन के मुददे उस तरंह नहीं जिस तरह जनता की अपेक्षा थी ।लोकतंत्र में विपक्ष को जिस तरह सत्ता सुख भोग चुके दल से सत्ता हथियाने के लिए जनमानस के बीच लोकतंत्र का सुरक्षित पथ संचालन करना चाहिए था वह नहीं । विपक्ष  लोकतंत्र की आवाज़ है  लोकतंत्र  में विपक्ष जरुरी  बिना विपक्ष का लोकतंत्र ठीक नहीं ।लोकतंत्र की रीढ़ चुनाव है  एक ऐसा चुनाव जिसमें  सभी अपना मत अपने मन पसंद  नेता को देते हैं जिसका नाम मतदाता सूची में दर्ज है जरुरी हैं अपना मत देना और वह नेता अपने जन-मन के मन मुताबिक जन-मन का शासन व प्रशासन  मुमकिन दिखाता है।भारत में चुनाव हो रहे हैं और विपक्ष जन-मन के मुददे जन-मन के मुताबिक नहीं उठा रहे जबकि जन-मन के मुददे जरुरी जिसमें जन-मन की आवाज़ दिखे ।सम्पादक-शीशपाल सिंह रावत 

होली रंगो का त्योहार है

जिस तरह से होली  के दिन सभी रंग मिल कर एक होते उसी तरह सभी लोगों को भी एक रहना  चाहिए ।सबके सुख के लिये सभी मिल बैठकर योगदान दे तो होली की सार्थकता होली है दुनिया को दिखेगी इसलिए कि दुनिया का कोई ऐसा देश नहीं जंहा अपने अपने तरीके से रंग और पानी  का त्योहार न मनता हो।आऔ रंगो का त्योहार होली है एक नई दुनिया एक नये भारत से आरम्भ करें ।                 सम्पादक _शीशपाल सिंह रावत

पलायन एक गंभीर सवाल

उतराखण्ड  के गावों  में  पलायन  एक  गंभीर  सवाल  बन  चुका यह  मनन  करना  आने  वाले दिनों  के भीतर  हर उत्तराखण्डी के लिये  अपने आप  भी एक गंभीर सवाल बार-बार मन  को झकझोर  करता  रहेगा ।शीशपाल सिंह रावत  

NADI GHATI AUR pahad

Pdhe likhe dekhe

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ank 47 aur 48

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