संदेश

जय घण्डय्याल

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 शिव का भक्त और नारायण का सेवादार श्री घण्डय्याल देबता ‌उतराखण्ड देवभूमि में निवास करते है। तस्वीर तथ्य बता रही  ।

मीडिया

 मीडिया की जरूरत आम आदमी को क्यों जबकि आम आदमी सक्षम है अपनी बात समुचित व्यवस्था व समुचित सरकार तक पहुंच बनाये रखने में  कारण वह मतदाता है पर गम्भीर सवाल अपने आप खड़े हो जाते  और सवाल सवाल ही रह जाते परंतु समुचित व्यवस्था व समुचित सरकार सवाल  खड़े न हो के लिए  लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ मीडिया से भयभीत रहती कारण उसे सवाल पूछने का अधिकार है और सवाल का जबाव पाने का भी जिस दिन मीडिया इस तथ्य से भिज्ञ होगी मीडिया सक्रिय । मीडिया से आम आदमी अपेक्षित रहता है तब जब विधायिका कार्यपालिका न्यायपालिका  से आम आदमी उपेक्षित हो जाय की अपेक्षा ही  वह मीडिया चाहे प्रिंट, वेबसाईट, आनलाइन, सोशल नेटवर्किंग क्यों न हो मीडिया है लोकतंत्र का सजग प्रहरी।

सड़क के नारदाने

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 सड़क बनने के सात चरण होते हैं तब जाकर सड़क बनती है । सूचना का तथ्य को तस्वीर तथ्य बता रही।

लाकडाउन२०२१

 मई के महीने का लाकडाउन अपने आप में जीवन के प्रति जिजिविषा है। देखा जाय २०२० का लाकडाउन से ही सूचना का तथ्य समीक्षा की जाती तो २०२१ लाकडाउन की घड़ी ही नहीं आती। भारत ही नहीं दुनिया महामारी से त्रसित है ।

सनातन संस्कृति २०७८

 सनातन संस्कृति २०७८ आरम्भ हो गया कोविड कोरोना महामारी का भय दुनिया में २०७७ से भय का वातावरण बना रहा वैक्सीन अनुकूल नही दिख रही सनातन संस्कृति में एक सूत्र है स्तुति। स्तुति में शक्ति है यज्ञ में सता है ।

सतर्कता

सतर्कता जरूरी है क्योंकि कोरोनावायरस अब अपने आप में ऐसा लग रहा है जैसा बिना बुलाए मेहमान हो हालांकि वैक्सीन लगाने वाले लगा रहे परन्तु वायरस की ऐसी व्यवस्था नहीं की यह नाशवान दिखे पर सतर्कता जरुरी। मास्क सामाजिक दूरी प्रथम तथा अनावश्यक भीड़-भाड़ ठीक नहीं।

मार्च का महीना

 मार्च का महीना जब शुरू होता था तो दुनिया के सभी लोग, समुचित व्यवस्था, सरकारे मार्च करने लग जाती  थी परन्तु 24 मार्च 2020 से आज 2021 मार्च 23 लोग  कोविड 19 नाम से उतना मार्च नहीं कर रहे जितना  दुनिया की समुचित व्यवस्था लक्ष्य तय करती थी  इसे कहते समय की धड़कन।