संदेश

अवसरों की तलाश

कोविड  19  अपनी  रप्तार  से  चल रहा  चुनोतियाँ  अधिक  अवसर कम  है  इसके  लिए  सभी  को  अपने अपने स्तर  से  अपनी आर्थिकी  के विकल्प  तलाशने  होंगे  ताकि  अवसरों को बढ़ाया  जाय  चुनोतियों  कम  हो। आपके  पास  हुनर  है  आप  जहां हो  वही  रहो  वही  से  अपनी आर्थिकी के  अवसर  तलाशो  कोविड  19  जीवन  की तलाश  से वंचित  हो जायेगा।  सम्पादक  शीशपाल  सिंह  रावत। 

एनसीसी के फैसले का सम्मान

न्याय न्याय पंचायत धरूण के मालड़ा नामक स्थान में एनसीसी संघर्ष समिति की एक बैठक18 अगस्त को हुई सभी दलों के लोग शामिल हुए पूर्व सैनिक गब्बर सिंह बंगारी ने माननीय उच्च न्यायालय में अर्जी डाली थी के फैसले का सम्मान किया गया माननीय उच्च न्यायालय का आभार व्यक्त किया गया। शूरवीर सिंह सजवाण दिवाकर भट्ट मंत्री प्रसाद नैथानी किशोर उपाध्याय विजयंत निजवाला गब्बर सिंह बंगारी ज्ञान सिंह रावत जयपाल पंवार कृष्णकांत कोटियाल एवं देवप्रयाग कीर्ति नगर टिहरी से सभी दलों के लोग और क्षेत्रीय जनता उपस्थिति थी कार्यक्रम की अध्यक्षता कृष्णकांत कोटियाल की।

74वां स्वतंत्रता दिवस

कोविड-19 महामारी अपने चरम पर है यह कम होने का नाम नहीं ले रही देश में गरीब का आर्थिक तंत्र इतना कमजोर हो गया है कि भूख मिटाने के लिए सभी अपने अपने स्तर से काम धंधे के विकल्प की व्यवस्था कर रहे पर समुचित सरकार चाहे तो उन्हें ७४ वां स्वतंत्रता दिवस लोकल को वोकल उपहार दे सकती है कुछ इस तरह कि जो जिस विकल्प से अपनी आर्थिकी को नए आयाम दे रहा बैक उसके घर पर जाकर उसके काम धंधे में मदद कर सकती हैं उसे पता नहीं चलेगा कोविड १९ अपने चरम पर है। मेरा देश मेरी दुनिया।

आखिर शुभ घड़ी आ ही गई

अयोध्या के राम कोट मैं राम के मंदिर की आधारशिला 5 अगस्त 2020 को अभिजीत मुहूर्त में रखी गई 495 साल के बाद शुभ घड़ी आ ही गई नरेंद्र दामोदरदास मोदी ने भारत के प्रधान सेवक के रूप में राम मंदिर की आधारशिला रखी।

एन सी सी यथावत

उत्तराखंड के टिहरी जिले के देवप्रयाग ब्लाक के खासपटटी क्षेत्र के न्याय पंचायत धरूण के ग्राम पंचायत श्रीकोट की जमीन एन सी सी एकेडमी के लिए अधिग्रहित कर तात्कालिक सरकार ने शिलान्यास किया था वर्तमान सरकार एन सी सी एकेडमी पौड़ी गढ़वाल के देवाल ले गई पर ब्लाक देवप्रयाग की जनता ने विरोध शुरू किया धरना-प्रदर्शन चलता रहा के बीच खासपटटी क्षैत्र के बंगारी गांव के पूर्व सैनिक गब्बरसिंह बंगारी ने उत्तराखंड उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की थी का फैसला आया एन सी सी मालड़ा श्रीकोट में यथावत रहेगी। यह खासपटटी है इसका अपना इतिहास है।

दुनिया का माहौल

जब से कोविड-19 आया तब से दुनिया का माहौल परिवर्तन हो गया। दुनिया में सांस लेने के लिए जिस तरह की हवा की जरूरत थी वह हवा धीरे-धीरे ही सही वायुमंडल में वापस प्रवेश कर रही है और जिस दिन इस का भंडार वायुमंडल में असीमित हो जाएगा उस दिन दुनिया का माहौल पूर्ण परिवर्तन हो जाएगा लेकिन इस दुनिया का मनुष्य अपनी संस्कृति से अलग हटकर एक ऐसी संस्कृति का कारक बन रहा है जैसे शुक्राचार्य और बृहस्पति के अहं से बनी दुनिया परिणाम देख रही है।

आयुर्वेद प्रकृति और संस्कृति

कोरोनावायरस के साथ जीवन जीना पड़ेगा लेकिन सामाजिक दूरियां बनाए रखना जरूरी है। शारीरिक संरचना को प्रकृति के अनुसार रखना होगा प्रकृति और संस्कृति का संतुलन आयुर्वेद से ही संभव होगा लगेगा नहीं कि हम कोरोनावायरस के साथ जीवन जी रहे हैं ।