बुधवार, 2 नवंबर 2022

इगास

उत्तराखंड में इगास के त्योहार के लिए उत्तराखंड की समुचित सरकार ने छुट्टी का शासनादेश जारी किया ताकि सभी लोग अपने स्तर से इगास का त्योहार मना सकें वैसा देखा जाय इगास  सूर्य के ध्वज वाहक का प्रतिक भी है कार्तिक शुक्ल पक्ष नवमी को सतयुग का जन्म हुआ और एकादशी के दिन प्रकाश पुंज याने भैलो बनाकर लोग सूर्य के ध्वज को  खेल खेल में नमन करते।

सोमवार, 31 अक्तूबर 2022

टनल पार्किंग बने


 ग्रामीण बाजार जामणीखाल सिद्धपीठ चंद्रवदनी मंदिर का देवप्रयाग टिहरी मोटर मार्ग से प्रवेश द्वार है जंहा पर १००के लगभग दुकानदार अपनी आजिविका का निर्वहन करते हैं परन्तु उनकी दुकानों के आगे वाहन खड़े रहते है जिससे ग्राहक खसकने में भलाई समझते हैं  जबकि बाजार में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं व्यवस्था मौन इस समस्या का समाधान है टनल पार्किंग बने।टनल पार्किंग बनाने के लिए इस सम्पादक ने तस्वीर प्रस्तुत की  समुचित सरकार और समुचित व्यवस्था तस्वीर वाली जगह का मौका मुआयना कर जन मन की आवाज़ जिससे व्यापक लोकहित सधे से कृतार्थ करें।

रविवार, 23 अक्तूबर 2022

बग्वाल

 बग्वाल उत्तराखंड में तीन होती है रज बग्वाल,बग्वाल,इगास।रज बग्वाल राज परिवार से सम्बन्ध,बग्वाल आम आदमी से सम्बन्ध,इगास राज परिवार और आम आदमी से सम्बन्ध।अब समय बदल गया है अब पकवान, पटाखा और प्रकाश पुंज याने भैलो की जगह रेडीमेड मिठाई, फुलझड़ी और इलेक्ट्रॉनिक लड़ीयों ने ले ली। जरूरत है परम्परा और संस्कृति के अनुकूल बग्वाल का त्योहार मनाने की आ लौट चले गांव को दिपावली की हार्दिक शुभकामनाएं। शीशपाल सिंह रावत। सम्पादक_नदी घाटी और पहाड़ समाचार पत्र।

गुरुवार, 20 अक्तूबर 2022

जामणीखाल में सैनिक विश्राम गृह

 

जामणीखाल में एक सैनिक विश्राम गृह है जिसे उत्तराखंड सरकार में राजस्व मंत्री रहे दिवाकर भट्ट ने जन मन की आवाज़ पर समुचित सरकार व व्यवस्था से बनवाया आज आवाजाही गतिमान है इसके आगे की तरफ चोटी नीले आसमान के नीचे दिख रही १०किमी दूरी चंद्रवदनी मंदिर है और इधर की तरफ १किमी दूरी पर  भोगवती नदी के किनारे नागेश्वर महादेव हैं । समुचित सरकार और समुचित व्यवस्था धार्मिक पर्यटन को बढावा दे सके तो गांव की जवानी गांव की कहानी को सजाने संवारने में भूमिका निभा सकते हैं तथा उत्तराखंड राज्य  जिस उद्देश्य के लिए मांगा गया आ लौट चले गांव को कृतार्थ कर सकते हैं।

सोमवार, 17 अक्तूबर 2022

चन्द्रेश्वर महादेव से चंद्रवदनी


 पत्रकारिता पैदल पथ पर चलने से इस सम्पादक ने पैण्डुला गांव से खासपटटी की इष्ट देवी चंद्रवदनी का प्राकृतिक सौंदर्य देखा तस्बीर ली।इस चन्द्रकूट पर्वत से चंद्रभागा नदी निकलती है जो भाषो में भागीरथी नदी में मिलती है के किनारे पुनाणू गांव के पास चन्द्रेश्वर महादेव का मंदिर है जिसकी सीध परचंद्रवदनी मंदिर है जहां शिव शक्ति मय हुए और अपने कैलाश पर्वत पर आसीन हुए।



शुक्रवार, 14 अक्तूबर 2022

मुफ्त अनाज

 मुफ्त अनाज की योजना कब तक चलेगी यह हमारे नीति नियंताओं के उपर निर्भर है  जबकि कोरोनावायरस का इतना भय नहीं फिर भी वायरस है जो अलग अलग गुण रंग रूप से अपना प्रभाव बनाए हुए है तथा बढ़ती मंहगाई व् रुपए की कमजोरी ने केन्द्र सरकार को मुफ्त अनाज  योजना चलाये रखने के लिए विचार किया और यह अभी गतिमान है।

मंगलवार, 4 अक्तूबर 2022

विजयादशमी

 विजयादशमी का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत की खुशी। मनुष्यता का जीवन सभी नहीं जी सकते और हर कोई मनुष्यता का जीवन नहीं जी सकता। मनुष्यता का जीवन जीने के लिए विजयादशमी हासिल करनी पड़ती है।

वार गुरु बैसपाणी जामणीखाल सैनिक विश्राम गृह सड़क

 आज इस सड़क पर लोग चर्चा कर रहे थे कि सड़क आगे बढेगी।