मंगलवार, 16 अगस्त 2022

आजादी अमर सैनानियों को सच्ची नतमस्कता

 आजादी के अमर सैनानियों, जिवित सैनानियों तथा उनके आश्रित परिवारों  के प्रति यह देश का लोकतंत्र  नतमस्कता रहेगा कारण आजादी के सैनानी ही न होते तो  आज भारत में लोकतंत्र भी न होता पर सच्ची नतमस्कता तभी दिखेगी जब जम्बूद्वीप भारत देश के प्रत्येक उन गांवों में जिस गांव का आजादी के अमर सैनानियों या जिवित सैनानियों  के नाम का प्रमाणपत्र समुचित सरकार व व्यवस्था के द्वारा जारी किया गया है के नाम से उस गांव में प्रवेश द्वार हो, सड़क हो, पेयजल आपूर्ति हो, स्वास्थ्य केंद्र हो, लाइब्रेरी हो,शिक्षा का मंदिर हो, भारतीय सनातन संस्कृति का केन्द्र हो इन सबकी जिम्मेदारी गांव की निधी से, क्षेत्र पंचायत सदस्य, जिला पंचायत सदस्य, विधायक, सांसद की निधि से हो क्यों कि ये लोकतंत्र के झण्डाबरदार है जिन पर आजादी के अमर सैनानियों का पूरा हक आने वाली पीढ़ी देखेगी आजादी के अमृत महोत्सव।

रविवार, 7 अगस्त 2022

श्रावण का सोमवार

 श्रावण का सोमवार जलाभिषेक शिव ही इस  समय जगत के पालनहार है।कुछ दिन बाद भाद्र माह  श्री कृष्ण जन्मोत्सव।

शनिवार, 30 जुलाई 2022

जामणीखाल में बने टनल पार्किंग

 जामणीखाल बाजार चन्द्र वदनी मंदिर का प्रवेश द्वार है सड़क पर आड़े तिरछे खड़े वाहनों के कारण जाम  की स्थिति बन जाती है सड़क सड़क नहीं दिखती  जिसके लिए टनल पार्किंग बनने से न जाम लगेगा और सड़क सड़क दिखेगी कारण आने वाला समय जामणीखाल बाजार टिहरी गढ़वाल का सबसे व्यस्ततम बाजार बनेगा  जिसके लिए कूड़ा निस्तारण बरसाती पानी निस्तारण खुली सड़क स्वच्छ पर्यावरण और वाहनों के लिए पार्किंग जरूरी है यह सब समुचित व्यवस्था और समुचित सरकार की आम जन के लिए संवैधानिक जिम्मेदारी है।

गुरुवार, 28 जुलाई 2022

जल संरक्षण

 जल संरक्षण,जल संवर्धन,जल संग्रहण जरूरी आने वाला समय जल संकट का संकेत दे रहा इसके लिए समुचित सरकार जल संग्रहण जल संवर्धन जल संरक्षण पर योजना इस तरह बनाए जिससे पर्यावरण और प्राकृतिक स्रोत उस तरह संरक्षित रहे जिस तरह थे ।

बुधवार, 30 मार्च 2022

चैत्र नवरात्र

 चैत्र नवरात्र 2अप्रैल से आरंभ हो रहे।शक्ति की उपासना के लिए 9दिन लक्षित है इस नवरात्र के देबी घोड़े पर सवार होकर आगमन करेगी और भैंसें पर सवार होकर प्रस्थान।

मंगलवार, 15 मार्च 2022

होली के रंग

 जिस तरह होली रंगों का त्योहार है अनेक रंग मिल कर मितव्ययिता सौम्यता सांमजस्यता का परिचायक बनते है उसी तरह मनुष्य को भी मनुष्यता का परिचायक बनना चाहिए तभी होली के रंग सार्थक दिखेंगे। सम्पादक- शीशपाल सिंह रावत।