आज भी 5 किलोमीटर पैदल पथ घंडय्याल देबता मंदिर

 गजा बाजार से गोतांचली नामक स्थान तक घंडय्याल देबता के मंदिर को जाने के लिए छोटी गाड़ी के लिए सड़क उतरप्रदेश  सरकार से थी उतराखंड बनने पर सड़क आगे नहीं बन पाई  पर आज भी गोतांचली नामक तपड़ से श्री  घंडय्याल  देबता के मंदिर तक जाने के लिए आदिम युग की तरह 5 किलोमीटर खड़ी पड़ी आड़ी तिरछी चढ़ाई चढ़ कर मंदिर  तक पहुंचना उतराखंड राज्य बनने का सपना तो दिखा जबकि उतराखंड देवभूमि है। यदि सड़क 1 _2 किलोमीटर   जिला पंचायत टिहरी, जिला  प्रशासन टिहरी,नगर पंचायत गजा अपने संसाधन  पब्लिक फंड या आपदा राहत फंड से आज से 23 साल पहले से 200 मीटर प्रति वर्ष भी  बनानी शुरू करती तो 5600 मीटर सड़क घंडय्याल देबता के थान स्थान याने मुख्य मंदिर तक बन कर पंहुच चुकी होती  जिससे आस्था पैदलयात्रा करके  भी  श्री घंडय्याल देबता के दर्शन सहज सुलभ कर पाती।पैदल यात्रा करते हुए सुस्ताने के लिए जिला पंचायत के द्वारा आस्था के लिए कुछ जगहों पर बैंच तो लगा रखे परंतु पानी की व्यवस्था नहीं यदि साफ सुथरा रास्ता होता दोनों तरफ रेलींग लगी होती तो आस्था व्यवस्था के प्रति कृतघ्न होती। समुचित व्यवस्था और समुचित सरकार से अपेक्षा है श्री घंडय्याल देबता के थान स्थान तक जाने के आस्था को सहज सुलभ सुगम सड़क बनाये। 



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