माँ चंद्र बदनी के चरणों में ग्रामीण बाजार जामणीखाल है इस बाजार में निराश्रित पशु धन का आश्रय स्थल है जिनके लिए पानी की कोई वयस्था नहीं भोजन के लिए इधर उधर से चर कर आ जाते अपनी पेट की भूख मिटा लेते लेकिन धूप बरसात आंधी के समय जाये कंहा समुचित सरकार गौधन के लिए व्यवस्था करें तो मूक पशुओं के प्रति मनुष्यता दिखेगी।
नदी घाटी और पहाड़ समाचार पत्र मे आपका स्वागत । देखे पढ़े लिखे जन गण मन की आवाज। सूचना एक संवेदनशील तथ्य ।आपके आसपास के शब्दो की खबर -सम्पादक -शीशपाल सिंह रावत। जरोला-जामणीखाल टिहरीगढवाल उतराखंड भारत 249122
बुधवार, 31 मई 2023
शनिवार, 27 मई 2023
काफल पाको जेठ
उतराखंड के खासपटटी चंद्र कूट पहाड़ के जंगलों में जेठ माह में काफल पकने लग गया परंतु जेठ माह भंयकर अंधड़ बेसमय बारीष ओले के प्रकोप से अतिक्रमण होता जा रहा काफल उस तरह पेड़ पर लकदक नहीं दिख रहा जिस तरह दिखना चाहिए था जलवायु परिवर्तन के प्रति गम्भीर सवाल ।
सोमवार, 22 मई 2023
उजाड़ होती सृजित संपत्ति
1986-87 में एक शिशु मंदिर की स्थापना जामणीखाल में हुई समुचित सरकार और समुचित व्यवस्था तथा समिति और जनता के चन्दे से संपत्ति सृजित तो हुई परन्तु आज इस भवन पर न शिक्षक और न शिक्षा ग्रहण करने वाले, उजाड़ हो चुके इस
भवन पर लोगों के द्वारा छोड़े गए निराश्रित पशु थोड़ी देर के लिए ही सही विश्राम |
मंगलवार, 16 मई 2023
कलेउ लेता किसान
पहाड़ की संस्कृति अभी भी जिवित है भले ही इस संस्कृति को जिवितता बनाये रखने वाले कुछ गिनती के लोग क्यों न हो
लेकिन है खेत में हल लगाने के बाद कलेउ लेता किसान
गुरुवार, 4 मई 2023
शनिवार, 15 अप्रैल 2023
-
गोसिल भटवाड़ी गुरु देबता के बीच पहाड़ी पर फंसा बाघ को वन विभाग की टीम पकड़ कर ले गई।
-
ग्रामीण बाजार जामणीखाल से 1 किलोमीटर पहले सैनिक विश्राम गृह है के नीचे 29 दिसम्बर 2021 को विधायक देवप्रयाग के द्वारा वार गुरु भैसकोट तक सड़...