गुरुवार, 20 अक्तूबर 2022

जामणीखाल में सैनिक विश्राम गृह

 

जामणीखाल में एक सैनिक विश्राम गृह है जिसे उत्तराखंड सरकार में राजस्व मंत्री रहे दिवाकर भट्ट ने जन मन की आवाज़ पर समुचित सरकार व व्यवस्था से बनवाया आज आवाजाही गतिमान है इसके आगे की तरफ चोटी नीले आसमान के नीचे दिख रही १०किमी दूरी चंद्रवदनी मंदिर है और इधर की तरफ १किमी दूरी पर  भोगवती नदी के किनारे नागेश्वर महादेव हैं । समुचित सरकार और समुचित व्यवस्था धार्मिक पर्यटन को बढावा दे सके तो गांव की जवानी गांव की कहानी को सजाने संवारने में भूमिका निभा सकते हैं तथा उत्तराखंड राज्य  जिस उद्देश्य के लिए मांगा गया आ लौट चले गांव को कृतार्थ कर सकते हैं।

सोमवार, 17 अक्तूबर 2022

चन्द्रेश्वर महादेव से चंद्रवदनी


 पत्रकारिता पैदल पथ पर चलने से इस सम्पादक ने पैण्डुला गांव से खासपटटी की इष्ट देवी चंद्रवदनी का प्राकृतिक सौंदर्य देखा तस्बीर ली।इस चन्द्रकूट पर्वत से चंद्रभागा नदी निकलती है जो भाषो में भागीरथी नदी में मिलती है के किनारे पुनाणू गांव के पास चन्द्रेश्वर महादेव का मंदिर है जिसकी सीध परचंद्रवदनी मंदिर है जहां शिव शक्ति मय हुए और अपने कैलाश पर्वत पर आसीन हुए।



शुक्रवार, 14 अक्तूबर 2022

मुफ्त अनाज

 मुफ्त अनाज की योजना कब तक चलेगी यह हमारे नीति नियंताओं के उपर निर्भर है  जबकि कोरोनावायरस का इतना भय नहीं फिर भी वायरस है जो अलग अलग गुण रंग रूप से अपना प्रभाव बनाए हुए है तथा बढ़ती मंहगाई व् रुपए की कमजोरी ने केन्द्र सरकार को मुफ्त अनाज  योजना चलाये रखने के लिए विचार किया और यह अभी गतिमान है।

मंगलवार, 4 अक्तूबर 2022

विजयादशमी

 विजयादशमी का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत की खुशी। मनुष्यता का जीवन सभी नहीं जी सकते और हर कोई मनुष्यता का जीवन नहीं जी सकता। मनुष्यता का जीवन जीने के लिए विजयादशमी हासिल करनी पड़ती है।

रविवार, 25 सितंबर 2022

पित्र देबताभ्यो नमो नमो नमो ।

 आज अमावस्या तिथि है पित्र देबता अपने लोक को लौट जायेंगे। पित्र देबताभ्यो नमो नमो नमो स्वधा स्वधा स्वधा।

सोमवार, 5 सितंबर 2022

शिक्षक दिवस

 शिक्षक दिवस वास्तव में गुरु के प्रति  आस्था का प्रतीक है। गुरु कोई भी हो सकता है ।

मंगलवार, 16 अगस्त 2022

आजादी अमर सैनानियों को सच्ची नतमस्कता

 आजादी के अमर सैनानियों, जिवित सैनानियों तथा उनके आश्रित परिवारों  के प्रति यह देश का लोकतंत्र  नतमस्कता रहेगा कारण आजादी के सैनानी ही न होते तो  आज भारत में लोकतंत्र भी न होता पर सच्ची नतमस्कता तभी दिखेगी जब जम्बूद्वीप भारत देश के प्रत्येक उन गांवों में जिस गांव का आजादी के अमर सैनानियों या जिवित सैनानियों  के नाम का प्रमाणपत्र समुचित सरकार व व्यवस्था के द्वारा जारी किया गया है के नाम से उस गांव में प्रवेश द्वार हो, सड़क हो, पेयजल आपूर्ति हो, स्वास्थ्य केंद्र हो, लाइब्रेरी हो,शिक्षा का मंदिर हो, भारतीय सनातन संस्कृति का केन्द्र हो इन सबकी जिम्मेदारी गांव की निधी से, क्षेत्र पंचायत सदस्य, जिला पंचायत सदस्य, विधायक, सांसद की निधि से हो क्यों कि ये लोकतंत्र के झण्डाबरदार है जिन पर आजादी के अमर सैनानियों का पूरा हक आने वाली पीढ़ी देखेगी आजादी के अमृत महोत्सव।

25 वां राज्य स्थापना दिवस

 9नवम्बर 2000 को उतराखण्ड राज्य की स्थापना उतरांचल नाम से हुई कुछ समय बाद उतराखण्ड नाम दिया गया आज 25 वां राज्य स्थापना दिवस आरम्भ।